बुधवार, 3 अगस्त 2011

* पछतावा !!


                    रात ग्यारह बजे एक (सामान्य) आदमी ने अपनी पत्नी को पीटा और घर से बाहर कर दरवाजा बंद कर लिया । उस औरत को विश्वास था कि उसका प्रेमी तुरंत आ कर उसे सम्हाल लेगा । प्रेमी तो नहीं आया, मोहल्ले का गुण्डा नशे मे धुत्त कहीं से लौट रहा था । उसने देखा तो पूरे सम्मान के साथ उसे ले जा कर अपने घर में शरण  दी । 
          दूसरे दिन सुबह जब तीनों का नशा  उतरा तो उन्हें अपनी अपनी भूल का ज्ञान हुआ । तीनों के मन में पछतावा था, लेकिन .......
                           .........सबसे ज्यादा  उस औरत के मन में  ।

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